जनता हुई बाबा के समर्थन में एकजुट
करनाल, जागरण संवाद केंद्र : दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा रामदेव के सत्याग्रह के दौरान किए गए लाठीचार्ज के विरोध में जनता की आवाज मुखर हो गई है। असंध में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट और पतंजलि ने प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी, जबकि निसिंग में भी प्रदर्शन हुआ। संस्थाओं ने पुलिस की कार्रवाई की जमकर निंदा की।
असंध के संवाद सहयोगी के अनुसार सनातन धर्म मंदिर में साई सेवा समिति, महादेव सेवा दल, बाबा फरीद सेवा कमेटी, आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ताओं की बैठक में सत्याग्रहियों पर लाठीचार्ज भर्त्सना की गई। भारत स्वाभिमान ट्रस्ट और पतंजलि योगपीठ की पहल पर आयोजित बैठक में विचार-विमर्श के बाद जुलूस निकालकर रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने बाबा के समर्थन में नारेबाजी कर रोष व्यक्त किया। मुख्य चौक पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाधी का पुतला फूंका गया। अधिवक्तता नरेंद्र शर्मा, परमजीत सिंह, प्रकाश सिंधड़, सतबीर मुनीम, संजय भट्ट, बृज टक्कर, सूबे सिंह बस्सी, विवेक बसंल, विक्रमजीत, जगजीत सिंह, राजेश आदि मौजूद थे।
कस्बे में न्यायिक परिसर में वकीलों की बैठक बुलाई गई। कुलदीप राणा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के विरोध में रोष प्रस्ताव परित किया गया। भाजपा के मंडल प्रधान बृज टक्कर और भाजपा किसान मोर्चे के प्रदेश सचिव सम्मान अत्री ने सरकार की कार्रवाई की निंदा की। वकीलों की बैठक में नरेंद्र शर्मा, पीएम कदियान, राजपाल चौधरी, एमपी कौशिक, सोमदत्त शर्मा आदि मौजूद थे।
निसिंग के संवाद सूत्र के अनुसार बाबा रामदेव के सत्याग्रह के समर्थन और दिल्ली में हुई पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में भाजपा, आरएसएस और पतंजलि योग पीठ के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। गुरुद्वारा चौक पर यूपीए सरकार का पुतला जलाया गया। इस दौरान भारतीय मानव अधिकार मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र टाया, समिति के निसिंग अध्यक्ष जगदीश खुराना ने कहा कि पुतला जलाने के बाद अपनी मांगों का राष्ट्रपति के नाम प्रेषित ज्ञापन नायब तहसीलदार ईश्वर मलिक को सौंपा गया।
भाजपा के प्रदेश मीडिया सह प्रभारी जगमोहन आनंद ने कहा कि अब कांग्रेस का असली चेहरा जनता के सामने आ चुका है। जनता कांग्रेस की तानाशाही से तंग आ चुकी है। उन्होंने राष्ट्रपति से सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।
जनहित सोशल वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष जितेंद्र राणा ने यह कार्रवाई जनता के संवैधानिक हक का हनन है। इस दौरान कमल चौधरी, विनय पाठक, शमशेर सिंह, विजय, प्रवीण प्रजापत, भीम सिंह आदि मौजूद थे। समाजसेवी सुनील सगवाल स्टौंडी ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की।